Saturday, November 26, 2011

वक्त का तकाजा था निगम का बंटवारा

   नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने दिल्ली नगर निगम को तीन हिस्सों में विभाजित किए जाने के फैसले को ऐतिहासिक करार दिया है। लेकिन उन्होंने दिल्ली वालों को यह ताकीद भी की है कि उनके हाथ में कोई जादू की छड़ी नहीं है कि नगर निगम की व्यवस्था को रातों रात बदल डालें। मुख्यमंत्री ने संकेत दिए कि उनकी सरकार ने नई व्यवस्था को अमल में लाने की तैयारी शुरू कर दी है। स्थानीय निकाय निदेशालय की रूपरेखा बनाई जा रही है। किस प्रकार तीनों निगमों के बीच सामंजस्य हो, इसका ढांचा बनाया जा रहा है। लेकिन इस प्रक्रिया को पूरा करने में करीब एक साल का वक्त लगेगा। 
     मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फैसला न केवल दिल्ली के लिए, बल्कि पूरे देश में स्थानीय निकायों के संचालन के लिए एक नजीर है। उन्होंने कहा कि हर शहर की आबादी में तेजी से इजाफा हो रहा है। इसलिए वक्त का तकाजा है कि स्थानीय निकायों को अलग-अलग हिस्सों में बांटकर सरकारी सुविधाएं आम लोगों तक बेहतर तरीके से पहुंचाई जाएं। सूरत, नागपुर आदि शहरों के नाम गिनाते हुए उन्होंने कहा कि वहां पर स्थानीय निकाय बेहतर काम कर रहे हैं क्योंकि उनका जरूरत के अनुरूप विभाजन किया गया है। 
     शीला दीक्षित ने बानगी के तौर पर बाहरी दिल्ली में सड़कों की स्थिति की चर्चा करते हुए कहा कि अब वहां का नगर निगम

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