Friday, November 18, 2011


वैशाली ग्रीन बेल्ट पर भी हो रहा है अवैध निर्माण

Nov 19, 12:56 am
गाजियाबाद, वरिष्ठ संवाददाता : दिल्ली से सटी वैशाली में जमीन के दाम आसमान छूने के साथ यहां ग्रीन बेल्ट पर भी बिल्डरों की निगाह पड़ गयी। इसका नतीजा रहा है यहां भूखंडों पर निर्माण होने के साथ ग्रीन बेल्ट पर भी निर्माण होने लगा। अवैध निर्माण ने बिल्डरों के हौसले इतने बुलंद कर दिए कि उन्होंने भूखंडों पर निर्माण के साथ ग्रीन बेल्ट की जमीन को भी नहीं छोड़ा। जिन बिल्डरों के आस पड़ोस में ग्रीन बेल्ट की जमीन मिली या तो वहां अवैध निर्माण होने लगा या वहां बिल्डर ने पार्किग बना लिया।
आसमान छूती कीमतों ने बढ़ाया जमीन का मूल्य
दिल्ली के लोगों की मकान के प्रति बढ़ी चाहत ने वैशाली में जमीन की कीमत आसमान पर पहुंचा दी। वर्तमान में यहां 70 हजार से एक लाख रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से जमीन बिक रही है। बढ़ी कीमतों ने यहां फ्लैटों के दाम बढ़ाए ही साथ में अधिक मुनाफा कमाने की होड़ में बिल्डरों ने उल्टा सीधा काम शुरू किया। बढ़ी जमीन की कीमतों के कारण बिल्डरों ने आसपास के ग्रीन बेल्ट को घेरना शुरू किया। घेरने के बाद यहां अवैध निर्माण शुरू हो गया।
जीडीए अधिकारियों की मिलीभगत से होता है निर्माण
ग्रीन बेल्ट पर अवैध निर्माण का काम जीडीए अधिकारियों की मदद से होता है। इसके लिए जीडीए अधिकारियों को पटाया जाता है इसके बाद निर्माण की मौन स्वीकृति अधिकारियों द्वारा मिलती है। बिल्डर तय मानचित्र से हटकर थोड़ी जगह बढ़ाकर अवैध निर्माण करना शुरू करता है। लेकिन उसे रोका नहीं जाता है।
ग्रीन बेल्ट को घेरने के हैं कई तरीके
बिल्डरों ने ग्रीन बेल्ट घेरने के लिए कई तरह की युक्तियां लगा रखी है। इनमें भूखंडों को बढ़ाकर निर्माण किया ही जाता है। कई बार सामने पड़ने वाले भूखंडों का बिल्डर पार्किग के रूप में इस्तेमाल करते हैं। इससे आम लोगों को काफी परेशानी होती है। लोगों का कहना है कि इससे हरि पट्ट्टी समाप्त होते जा रही है।
इस संबंध में जीडीए सचिव नरेंद्र कुमार का कहना है कि ग्रीन बेल्ट पर अवैध निर्माण पर धारा 27 के तहत कार्रवाई की जाती है।

No comments:

Post a Comment